Ladki Bahin Yojana अतिरिक्त लाभ: गैस सिलेंडर सब्सिडी और पिंक ई-रिक्शा — यह योजना महाराष्ट्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। योजना का उद्देश्य न केवल महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करना है, बल्कि उन्हें दैनिक जरूरतों और स्वरोज़गार के अवसरों से भी जोड़ना है। इससे महिलाओं को अपने परिवार, शिक्षा, स्वास्थ्य और घरेलू खर्चों में राहत मिलती है।
लड़की बहिन योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की राशि सीधे उनके आधार-लिंक्ड बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। यह सहायता उन महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी है जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आती हैं और जिनके पास नियमित आय का साधन नहीं है। योजना का मकसद केवल आर्थिक सहारा देना नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना भी है।
क्यों खास है यह योजना
यह योजना महिलाओं को रोजमर्रा के छोटे-बड़े खर्चों को पूरा करने में मदद करती है। बच्चों की पढ़ाई, दवाई, राशन, गैस, या अन्य घरेलू जरूरतों के लिए यह राशि बेहद सहायक साबित होती है। इसके साथ ही, यह योजना महिलाओं के सामाजिक सम्मान और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देती है, जिससे वे अपनी जिंदगी में बेहतर फैसले ले पाती हैं।
अतिरिक्त लाभ — महिलाओं को दोहरी ताकत
इस योजना की सबसे खास बात इसके अतिरिक्त लाभ हैं, जो इसे सामान्य योजनाओं से अलग बनाते हैं।
गैस सिलेंडर सब्सिडी: इस सुविधा के तहत महिलाओं को गैस सिलेंडर पर मिल रही बढ़ी हुई कीमतों का पूरा रिफंड मिलता है। साल में तीन तक मुफ्त रिफिल जैसी सुविधाएं भी जुड़ी हुई हैं। इससे रसोई के खर्च में काफी कमी आ जाती है, और महिलाएं भोजन बनाने में अधिक आत्मनिर्भर बनती हैं।
पिंक ई-रिक्शा योजना: यह लाभ महिलाओं को स्वरोज़गार के लिए तैयार करता है। 18–35 वर्ष की आयु की महिलाएं इस योजना के तहत ई-रिक्शा खरीद सकती हैं। इसमें 70% बैंक लोन, 20% सरकारी सब्सिडी (अधिकतम ₹80,000) और मात्र 10% डाउन पेमेंट से ई-रिक्शा लेना आसान हो जाता है। इससे महिलाएं अपनी रोज़गार यात्रा शुरू कर सकती हैं और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकती हैं।
पात्रता शर्तें
इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ आवश्यक पात्रता मानदंड तय किए गए हैं, ताकि योजना का लाभ सही महिलाओं तक पहुंचे:
महिला महाराष्ट्र की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम होनी चाहिए।
आधार-लिंक्ड बैंक खाता अनिवार्य है।
21–65 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं आवेदन कर सकती हैं।
तलाकशुदा, विधवा, अविवाहित या आर्थिक रूप से असहाय महिलाएं पात्र होती हैं।
आवेदन प्रक्रिया
योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन में महिलाओं को पोर्टल पर फॉर्म भरकर जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होते हैं। ऑफलाइन आवेदन के लिए नजदीकी महिला एवं बाल विकास कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
सामाजिक प्रभाव
लड़की बहिन योजना ने महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। यह आर्थिक सहायता महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने, आत्मविश्वास बढ़ाने और बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाने में मदद करती है। कई महिलाएं अब छोटे व्यवसाय शुरू कर रही हैं, अपने बच्चों की पढ़ाई बेहतर कर रही हैं और परिवार की आर्थिक रीढ़ बन रही हैं।